Drishyam, ek chudai ki kahani-45
This story is part of the Drishyam, ek chudai ki kahani series औरत मर्दों से ऊँची है, सारे संसार की द्योति है। कमजोर नहीं चुदवाते हुए चूँकि वह निचे सोती है। माँ, बहन, बेटी, पत्नी बनकर बोजा सारा वह ढोती है, सारा संसार करे रोशन ऐसी वह प्रेम की ज्योति है। मैंने अर्जुन और रमेश … Read more