बीवी को चुदवा कर खुश किया (Biwi ko chudwa kar khush kiya)

मैं और सुमन सेक्स मे बहुत अच्छे हैं। बैड में सुमन एक रंडी की तरह सेक्स का पूरा मजा देती है। हम दोनों हर दिन सेक्स का पूरा मजा लेते थे। रोज रात हम दोनों पूरे नंगे ही रहते हैं। हम दोनों ब्ल्यू फिल्म देख कर चुदाई का मजा लेते है। मैंने सुमन को किसी … Read more

मम्मी को चोदा दुकान वाले ने-2

This story is part of the मम्मी को चोदा दुकान वाले ने series हैलो दोस्तों, मेरा नाम अमित कुमार है और मेरी मां का नाम रेखा है। पिछली कहानी में आपने पढ़ा था कि कैसे चार लोगों ने मेरी मां को चोदा और मूत और वीर्य पिलाया था दुकान के अंदर। अब आगे की कहानी। … Read more

पुरानी पड़ोसन को जमकर बजाया-2

पुरानी पड़ोसन को जमकर बजाया-1 धुआंधार ठुकाई से आंटी का पानी निकल चुका था। मैं अब भी आंटी को जमकर चोद रहा था। आंटी को बजाने में मेरे लण्ड को अलग ही मज़ा आ रहा था। आज मैं मेरे लंड की कई दिनों की प्यास को बुझा लेना चाहता था। “आहहह आह्ह सिससस्स आहाहाह आह्ह … Read more

पड़ोसन बनी दुल्हन-32

This story is part of the Padosan bani dulhan series सुषमा के कहने पर सुषमा के पाँव को छोड़ सुषमा के हाथों को मैंने चूमना शुरू किया। सुषमा की कलाइयां एकदम चिकनी गोरी चिट्टी थीं। हाथों में शादी का चूड़ा पहने हुए सुषमा की कलाइयां बड़ी ही सेक्सी लग रहीं थीं। मैं सुषमा की कलाइयां … Read more

Drishyam, ek chudai ki kahani-48

This story is part of the Drishyam, ek chudai ki kahani series जहां लण्ड और चूत में गर्मी हो वहाँ रस्मोरिवाज का क्या करना? जब प्यार हवस से चुदता है, कोरे अलफ़ाज़ का क्या करना? चूत छोटी सी हो लण्ड बड़ा तगड़ी चुदाई तब होती है लण्ड ठोक रहा नाजुक चूत को चूत हो नासाज़ … Read more

Drishyam, ek chudai ki kahani-39

This story is part of the Drishyam, ek chudai ki kahani series ना डरना ओ मेरे राही अगर राहों में भटके हो। यदि हो चाह मंजिल की तो रास्ते मिल ही जाते हैं। ना हो मुश्किल जो राहों में सफर का क्या मज़ा साहिल, लगादें जान जो अपनी वही मंजिल को पाते हैं। यदि आपके … Read more