Vidhwa Anita Ki Chut Aur Gaand Chudai

नमस्ते दोस्तों, कैसे हो सब ? इस साइट पर मेरी कहानी लेकर आया हूं. मेरा नाम सेम है, और में गुजरात का रहने वाला हूं, और में इस साईट रेगुलर पाठक हूं, में अपने बारे मैं एक बार फिर से बता दू. मेरी उम्र 32 साल है एथलीट बॉडी क्योंकि में हर रोज जिम जाता … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 10

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series मेट्रो स्टेशन पर काफी भीड़ थी। सुनीता ने अपने पति और कर्नल साहब की पत्नी ज्योति को खोजने के लिए इधर उधर देखा पर वह कहीं नजर नहीं आये। जब तक कर्नल साहब टिकट ले आये तब तक एक ट्रैन जा … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 9

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series जब सुनीता फिल्म फेस्टिवल में जाने के लिए छोटी स्कर्ट और पतला सा छोटा ब्लाउज पहन के बाहर आयी तो उसे देख कर सुनील की हवा ही निकल गयी। वह स्कर्ट और ब्लाउज में सुनील ने अपनी बीबी को पहले नहीं … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 8

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series सुनीता की पढ़ाई जोरो शोरों से चल रही थी। कर्नल साहब भी रात रात भर खुद पढ़ाई करते और दूसरे दिन आकर सुनील की पत्नी सुनीता को पढ़ाते। वक्त कहाँ जा रहा था पता ही नहीं चला। देखते ही देखते परीक्षा … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 5

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series कर्नल साहब के घर पर हुई पहली मुलाकात के चंद दिन बाद सुनील की पत्नी सुनीता के पिता, जो एक रिटायर्ड आर्मी अफसर थे, का हार्ट अटैक के कारण अचानक ही स्वर्गवास हो गया। सुनीता का अपने पिता से काफी लगाव … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 4

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series जिस दिन कर्नल साहब की औपचारिक रूप से सुनील और उसकी पत्नी सुनीता से पहली बार सुनील और सुनीता के घर में मुलाक़ात हुई और कर्नल साहब का पहले गरम और बाद में सुनीता को देख कर नरम होना हुआ. उस … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 1

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series जीवन की भूलभुलैया में कुछ ऐसे लम्हे आते हैं। जिन को हम कितना ही चाहें फिर भी न कभी भूल पाते हैं।। जब मानिनियोँ का मन लाखों मिन्नत मन्नत नहीं मानता है। तब कभी कभी कोई बिरला रख जान हथेली ठानता … Read more