Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 38

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series जान बचाने की छटपटाहट के मारे सुनीता ने जस्सूजी के लण्ड को कस के पकड़ा और उसे पकड़ कर खुद को ऊपर आने की लिए खिंच कर हिलाने लगी। सुनीता के मन में एक तरफ अपनी जान बचाने की छटपटाहट थी … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 37

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series सुनीता जैसे ही जस्सूजी की बाँहों में समायी उसने जस्सूजी के खड़े लण्ड को महसूस किया। सुनीता जानती थी की जस्सूजी उस पर कोई जबरदस्ती नहीं करेंगे पर बेचारा जस्सूजी का लण्ड कहाँ मानने वाला था? सुनीता को ऐसे स्विमिंग कॉस्च्यूम … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 36

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series सुनील का धीरज अब जवाब देने लगा था। अब वह ज्योति को पूरी तरह अनावृत (याने नग्न रूप में) देखना चाहते थे। सुनील ने ज्योति की कमर पर लटका हुआ उनका कॉस्च्यूम और निचे, ज्योति के पॉंव की और खिसकाया। ज्योति … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 35

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series अपने आपको सम्हालते हुए ज्योति ने इधर उधर देखा। वह दोनों वाटर फॉल के दूसरी और जा चुके थे। वहाँ एक छोटा सा ताल था और चारों और पहाड़ ही पहाड़ थे। किनारे खूबसूरत फूलों से सुसज्जित थे। बड़ा ही प्यार … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 34

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series ज्योतिजी और सुनीलजी झरने में कूद पड़े और तैरते हुए वाटर फॉल के निचे पहुँच कर उंचाइसे गिरते हुए पानी की बौछारों को अपने बदन पर गिरकर बिखरते हुए अनुभव करने का आनंद ले रहे थे। हालांकि वह काफी दूर थे … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 33

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series सुनीलजी और जस्सूजी मर्दों को कपडे बदलने के रूम में चले गए। पर झरने के पास पहुँचते ही सुनीता जनाना कपडे बदलने के कमरे के बाहर रूक गयी और कुछ असमंजस में पड़ गयी। ज्योतिजी ने सुनीता की और देखा और … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 32

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series मेरी निजी टिपण्णी – जब मेरी यह कहानी अभी चल ही रही थी तब मुझे मेरी एक महिला पाठक, जिनका डिजिटल नाम “चंचल चंचु” है, उन्होंने मुझे सिर्फ एक लाइन का ईमेल लिखा। “हाई, मैं एक ** साल की लड़की हूँ। … Read more