Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 50

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series लेखक के विचार:- पिछले कुछ हफ़्तों से मेरे पाठकगण कुछ ढीले पड़ गए हों ऐसा मुझे लग रहा है। उनकी प्रतिक्तियाएँ बहुत ही कम हो गयीं हैं। सकारात्मक की जगह नकारात्मक वोट ज्यादा दिख रहे हैं। शायद कहानी कुछ बोर सी … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 42

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series दोनों कमरे पूरी तरह प्रकाशित थे। सुनील ज्योति और जस्सूजी को अच्छी तरह प्यार करते हुए देख सकते थे। जस्सूजी ने ज्योति के कानों में कुछ कहा। यह सुनकर ज्योति कुछ मुस्कुरायी और उसने शरारत भरी नज़रों से सुनील की और … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 40

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series जब धीरे धीरे सब ने अपने होश सम्हाले तब कैंप के मुख्याधिकारी ने एक के बाद एक सब का परिचय कराया। जस्सूजी का स्थान सभा के मंच पर था। कैंप के प्रशिक्षकों में से वह एक थे। वह सुबह की कसरत … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 37

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series सुनीता जैसे ही जस्सूजी की बाँहों में समायी उसने जस्सूजी के खड़े लण्ड को महसूस किया। सुनीता जानती थी की जस्सूजी उस पर कोई जबरदस्ती नहीं करेंगे पर बेचारा जस्सूजी का लण्ड कहाँ मानने वाला था? सुनीता को ऐसे स्विमिंग कॉस्च्यूम … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 28

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series सुनीता को डर था की उस रात कहीं कुछ गड़बड़ ना हो जाए। उसके पति सुनील ने उससे से वचन जो लिया था की दिन में ना सही पर रात को जरूर वह सुनीता को खाने मतलब सुनीता की लेने (मतलब … Read more

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 24

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series सुनीता ने अपनी टाँगें सामने की बर्थ पर रखीं थीं। सुनीलजी सामने की बर्थ पर बैठे हुए ही गहरी नींद में थे। जैसे ही सुनीता ने अपने बदन को थोड़ा सा फैला दिया और आमने सामने की बर्थ पर थोड़ी लम्बी … Read more