Train me ek raat: Maya ki kaya
This story is part of the Train me ek raat: Maya ki kaya series मित्रो, रात के ००:४५ बजे जब कैफियत एक्सप्रेस कानपुर से खुली, तो मेरा मन दुखी था, लेकिन कुछ पल में ही एक औरत मेरे सामने वाले बर्थ पर आकर बैठ गयी। फिर दीपक अपने बर्थ के बिस्तर को ठीक करके उस … Read more