Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 57

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series सुनीलजी ने आयेशा के होँठों को चूमते हुए उसके कानों में कहा, “भला मैं मेरी माशूका को हानि क्यों पहुँचाऊँगा? तुम निश्चिन्त रहो। ऐसा कह कर सुनीलजी ने अपना लण्ड आयेशा की चूत में थोड़ा सा घुसाया। आयेशा को बहुत अच्छा … Read more