Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 74 (Last Episode)

This story is part of the Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din series क्या खूब सुहाना सफर रहा क्या सुबह हुई क्या शाम ढली। धीरे धीरे किसी की औरत मैंने कैसे अपनी करली। जो फिरती थी मानिनी बन कर उसको मैंने पकड़ा कैसे? जाँ का भी दाँव लगा कर के बाँहों में उसे जकड़ा … Read more