पंजाब की सरदारनियां-4 (Punjab ki sardarniyan-4)

पिछला भाग पढ़े:- पंजाब की सरदारनियां-3 कुछ दिन पहले जब से सिमर कौर राजवंत से मिल कर बातें करके गई थी, मानो राजवंत का कही मन ही अलग था था। बार-बार सिमर कौर की बातें उसके ज़हन में घूमे जा रही थी, और उसकी आंखों के सामने बिहारी मर्दों की एक नग्न तस्वीर आ जाती … Read more

पंजाब की सरदारनियां-3 (Punjab ki sardarniyan-3)

पिछला भाग पढ़े:- पंजाब की सरदारनियां-2 जस्मीन को अब बैंक में दो महीने बीत चुके थे, और वह अपने काम में पूरी तरह से परिपक्व हो गई थी, और उपर से संतोष भी जस्मीन से नजदीकियां बढ़ाते हुए टार्गेट पूरे करने में जस्मीन की हेल्प करता रहता था। चूंकि लोन/लिमिट की फाइल्स की वेरिफिकेशन के … Read more

पंजाब की सरदारनियां-2 (Punjab ki sardarniyan-2)

पिछला भाग पढ़े:- पंजाब की सरदारनियां-1 गुज़रते दिनों के साथ अब जस्मीन बैंक के काम को काफी हद तक समझ चुकी थी, और वो रोज ही संतोष के कहे मुताबिक उसके लिए दही और लस्सी ले जाया करती। दूसरी तरफ धीरे-धीरे गेहूं की कटाई का समय भी नजदीक आ रहा था। तो बलवंत सिंह बार-बार … Read more

पंजाब की सरदारनियां-1 (Punjab ki sardarniyan-1)

यह कहानी चूंकि पंजाब में घटित घटनाओं पर आधारित है, तो इसलिए इसमें कहीं-कहीं पर पंजाबी भाषा की छाप भी देखने को मिलेगी। तो बिना आपका समय गंवाए मैं कहानी शुरू करती हूं। कहानी शुरू होती है पंजाब के मालवा क्षेत्र से जिसमें एक जिला है,‌”फरीदकोट”। फरीदकोट के नजदीक एक गांव लाखिया कोट ( बदला … Read more