पिछला भाग पढ़े:- संस्कारी विधवा मां का रंडीपना-10
हिंदी सेक्स कहानी अब आगे-
आने के बाद, मम्मी हॉल में लगे सोफे पर बैठ कर एक राहत भरी सांस लेते हुए बोली: राहुल बेटा, आज इतना घूम कर तो मैं काफी थक गई हूं। बस मन कर रहा है कि एक कॉफी मिल जाए?
मैं: मम्मी, रात हो गई है। सोने के समय है। आपको अब कॉफी नहीं पीनी चाहिए।
इतनी बात सुन कर पास खड़ा जुनैद बोला: अब मैडम जी घूम कर इतना थक गई हैं तो इनके लिए मैं ही कॉफी बना कर ले आता हूं।
मम्मी जुनैद की तरफ देख कर कातिलाना मुस्कान के साथ बोली: थैंक्स जुनैद जी, आप मेरे लिए इतनी तकलीफ़ उठा रहे हो! ठीक है, जब तक आप कॉफी लाते हो, मैं तब तक अपने कपड़े बदल कर आती हूं।
मम्मी अपनी गांड मटकाते हुए अपने कमरे में चली जाती हैं, और जुनैद मम्मी के लिए कॉफी बनाने किचन में चला जाता है। मैं फ्रेश होने बाथरूम चला जाता हूं। थोड़ी देर में हॉल में आकर बैठ जाता हूं। कुछ देर बाद मम्मी कमरे से बाहर आती है, तो मैं उन्हें देखता ही रह जाता हूं, मम्मी ने एक बॉडी से चिपकी हुई सिल्की डार्क रेड नाइटी पहनी थी। पतली स्ट्रैप्स, डीप नेक और नीचे से इतनी छोटी कि उनकी जांघें साफ दिख रही थी।
मम्मी इस ड्रेस में बहुत हॉट लग रही थी। उनके होंठों पर रेड लिपस्टिक, हाथों में रेड चूड़ियां, नेल पॉलिश और उनके फेस पर आती बालों की लटें, कुल मिला कर मम्मी एक हॉट क़यामत लग रही थी। धीरे-धीरे मम्मी चल कर मेरे पास आती हैं, और मुझे एक मुस्कान देते हुए मेरे सामने वाले सोफे पर बैठ जाती है।
जुनैद मम्मी के लिए कॉफी लेकर आता है। जब वह मम्मी को देखता है तो उसकी आंखें चमक जाती है। जुनैद अपना हाथ आगे बढ़ा कर मम्मी को कॉफी देता है। मम्मी उसकी आंखों में देखते हुए एक मुस्कान के साथ, उसके हाथों को अपने हाथों से छूते हुए कॉफी लेकर बोली: थैंक्स जुनैद जी, आपने मेरे लिए इतना कष्ट किया।
जुनैद: मैडम जी, यह तो मेरा फ़र्ज़ था।
जुनैद अपनी कॉफी लेकर मम्मी के बगल में ही बैठ जाता है। फिर उनसे इधर-उधर बातें करने लगता है। थोड़ी देर बाद जब सबकी कॉफी खत्म हो जाती है, तो मैं बोला: मम्मी, अब काफी रात हो गई है, हमें अब सोना चाहिए?
मम्मी: बेटा, बस थोड़ी देर में मैं भी सोने जा रही हूं, तुम जाकर सो जाओ। गुड नाइट।
मैं मम्मी को बाय बोल कर अपने कमरे में तो आ गया, पर मेरा मन यहीं सोच रहा था कि मम्मी थकी हुई थी, और उन्हें जल्दी सोना भी नहीं था। कहीं वो कुछ करने वाली तो नहीं थी? यही सोच कर मैं अपने कमरे से बाहर आया और हॉल में छिप कर देखा।
मम्मी जुनैद की गोद में बैठी हुई थी, और जुनैद मम्मी की नंगी चिकनी टांगों पर अपने हाथ फेर रहा था। मम्मी उसकी आंखों में अपनी नशीली आंखें डाल कर उसे रोकने के लिए –
मम्मी बोली: जुनैद, यह सब अभी ठीक नहीं है। राहुल अभी-अभी सोने गया है, कहीं वो आ गए तो सब गड़बड़ हो जाएगा।
जुनैद मम्मी के फेस पर आ रही बालों की लट को साइड करते हुए बोला: जान, आज जब से तुम्हें ब्लैक साड़ी पहने देखा है, मेरा मन कर रहा था। उधर दोस्त के होटल में ही तुम्हारी एक जोरदार चुदाई कर देता। और अभी भी तुम इतनी हॉट लग रही हो कि मुझसे रहा नहीं जा रहा।
मम्मी: ओहो जुनैद जी, आपने उधर कौन सी कसर छोड़ी? आपने तो अपने दोस्त के सामने ही मुझे इतनी बोल्ड किस्स करी कि मैं खुद भी गर्म हो गई थी। पर जुनैद जी, अभी वो नहीं हो सकता, मेरी मुनिया कल से ही काफी दर्द कर रही है।
जुनैद अपने होंठ मम्मी के होंठों के नजदीक लाकर: अभी कुछ तो ऐसा करो कि मैं शांत हो जाऊं।
मम्मी जुनैद की आंखों में देखते हुए, बिना कुछ बोले अपने रसीले होंठ जुनैद के होंठों पर रख देती हैं, और अपने दोनों हाथ उसके गले में डाल कर उसे अपने से चिपका लेती हैं। फिर मम्मी बड़े ही कामुक तरीके से उसके होंठ चूसने लगती हैं। जुनैद अपने हाथों से मम्मी की गांड मसलने लगता है। धीरे-धीरे वो उनकी नाइटी को खिसका कर कमर के ऊपर कर देता है।
मैंने देखा मम्मी ने नाइटी के नीचे पैंटी नहीं पहनी हुई थी। मम्मी की उभरी हुई नंगी गांड पर जुनैदै अपने हाथ फेर रहा था। मम्मी उसके होंठों को चूसते हुए जुनैद की गोद में इस तरह बैठ जाती हैं, कि वो अपनी चूत भी उसके लंड पर रगड़ सके।
मम्मी का यह जोश देख कर मेरा भी लंड खड़ा हो रहा था। जब मुझसे रहा नहीं गया तो मुझे लंड को बाहर निकालना पड़ा। अब लंड को अपने हाथों में लेकर रगड़ते हुए मैं यही सोच रहा था: साली, यह मेरी मां नहीं हो सकती, यह तो कोई रंडी है।
कुछ देर में जुनैद अपने होंठों को मम्मी से अलग करता है, और मम्मी की चूचियों को नाइटी से बाहर निकाल कर उन्हें चूसने लगता है। मम्मी की चूचियां जुनैद के होंठ लगते ही और फूलने लगी थी, उनके निप्पल टाइट हो चुके थे। मम्मी जुनैद के बालों में अपने हाथ फेरते हुए अपनी कामुक आवाजें निकाल रही थी।
मम्मी: आह आह उफ्फफ्फ जुनैद आराम से चूसो, उफ्फफ्फ आईईईई आह आह उफ्फफ्फ जुनैद जी इनमें अब दूध नहीं आने वाला, उफ्फफ्फ आराम से।
जुनैद साला मां की चूचियों को ऐसे चूस रहा था, जैसे कोई देशी आम निचोड़ रहा हो। मेरी मां भी जोश में अपनी दोनों चुचियों को जुनैद से बराबर चुसवा रही थी। थोड़ी देर बाद मम्मी जुनैद की गोद से उतर कर जमीन पर बैठ जाती है। जुनैद मम्मी को जमीन पर बैठा हुआ देख कर अपनी पैंट की बेल्ट खोल कर पैंट और अंडरवियर अपने घुटनों तक कर देता है। मम्मी जुनैद की तरफ एक स्माइल करके, उसकी पैंट और अंडरवियर उसके घुटने से निकाल कर उसे नीचे से पूरा नंगा कर देती हैं। जुनैद थोड़ा आगे आकर सोफे के किनारे पर बैठ जाता है।
मम्मी जुनैद की आंखों में देखते हुए एक कातिलाना मुस्कान देकर अपने हाथ लंड की तरफ बढ़ा देती हैं। फिर उसके लंड को अपने हाथ की मुट्ठी में लेकर उसे आगे-पीछे करते हुए-
मम्मी बोलीं: जुनैद जी आपका मुसल लंड बड़ा ही प्यारा है। ऐसे लंड को पाने की कल्पना मैं अक्सर किया करती थी।
जुनैद: सविता, मैंने कभी नहीं सोचा था, मुझे तुम्हारी जैसी खूबसूरत औरत कभी मिलेगी। अब तुम्हें ऐसे लंड की कल्पना नहीं करनी होगी। जब चाहे तुम इसके साथ खेल सकती हो।
मम्मी जुनैद की तरफ देखते हुए उसके मुसल को अपने होंठों के करीब लाकर उसके ऊपरी सिरे पर एक किस्स करती हैं। फिर उसके लंड को अपने होंठों पर ऐसे रगड़ती हैं जैसे लिपस्टिक मोटे अंडों को चूमती है। फिर जुनैद की तरफ एक कातिलाना मुस्कान करके उसके लंड के अगले सिरे को अपने मुंह में लेती हैं।
मम्मी के मुंह में लंड जाते ही जुनैद हल्की आवाज़ में: आह सविता, तुम्हारे यह उफ्फफ कोमल होंठों के बीच मेरा लंड कहीं पिघल ना जाए!
मम्मी जुनैद की आंखों में देखते हुए उसका मुसल थोड़ा और अपने मुंह में लेती हैं। फिर अपने सिर को आगे-पीछे करके उसे लॉलीपॉप की तरह चूसने लगती हैं। जुनैद का लंड मम्मी के मुंह में देख कर मुझे गुस्सा और मजा भी आ रहा था! साला इधर मैं अपना लंड हिला कर शांत कर रहा हूं। उधर मेरा नौकर मेरी मां से अपना लंड चुसवा कर मजे ले रहा है! मैं अपने आप को ही कोस रहा था, यह मैंने क्या कर दिया। अपनी प्यासी मां के लिए मुसल लंड को घर लेकर आ गया।
जुनैद अपना लंड मम्मी के मुंह में डाल कर मजे से सिसकारियां ले रहा था। मेरी मां भी उसकी सिसकारियां सुन कर अपनी रंडाई पर आ गई थी। मम्मी अपनी दोनों चूचियों के बीच जुनैद का लंड फंसा कर उसे ऊपर-नीचे कर रही थी। मम्मी अपना थूक गिरा कर उसे और चिकना कर लेती थी, जिससे उसका मुसल आराम से चूचियों में फिसल सके। मेरी मां अपने थूक से सने जुनैद के लंड को अपनी चूचियों से निकाल कर अपने गले तक ले लेती, जब वो मुंह से निकालती तो उनकी हालत खराब हो जाती।
कुछ देर की लंड चुसाई के बाद, जुनैद एक लंबी सांस लेकर अपना लंड मम्मी के मुंह में पूरा डाल कर सारा वीर्य उनके मुंह में उगल देता है। जब तक जुनैद पूरा झड़ नहीं जाता, वो अपने लंड को मम्मी के मुंह से बाहर नहीं निकालता। मम्मी जुनैद की आंखों में देखते हुए उसके लंड का सारा वीर्य गटक जाती हैं, तब मम्मी उसके मुसल को अपने मुंह से निकाल कर लंबी-लंबी सांसें लेती है। फिर जुनैद मम्मी को खींच कर अपने सीने से लगा लेता है। इधर मैं भी अपने लंड से अपना वीर्य निकाल कर एक चैन की सांस लेता हूं।
मम्मी जुनैद के सीने से लिपट कर बोली: जुनैद जी आपका शेर तो मैंने शांत कर दिया।
जुनैद: जान आज तो तुमने मेरा शेर शांत करके मेरा दिल ही खुश कर दिया। आई लव यू सविता।
मम्मी उसके होंठों को चूम कर: आई लव यू टू जुनैद जी। अब आप मुझे अपनी इन मजबूत बाहों में उठा कर मेरे बेड तक छोड़ दो।
जुनैद तुरंत मम्मी को अपनी गोद में लेकर उनके कमरे में चला गया। कुछ देर मम्मी के साथ लेटा रहा, जब तक वो सो नहीं गई।फिर उनके सोने के बाद वो भी अपने कमरे में चला गया था, और मैं भी सो गया था।
सुबह मेरी नींद जल्दी खुल जाती है। मैं बाथरूम से फ्रेश होकर हॉल में आया तो देखा मम्मी ऊपर जुनैद के कमरे से नीचे आ रही थी। मैं देख कर चौंक गया कि मेरी मां सुबह-सुबह ऊपर क्या करने गई होगी? वो भी एक शॉर्ट्स निक्कर और ऊपर टी-शर्ट पहने हुई। मम्मी के सिल्की खुले हुए लहराते बाल थे, और फेस पर मुस्कान लेकर नीचे आ रही थी।
सुबह-सुबह मम्मी को देख कर मेरा लंड खड़ा होने लगता है। मैं सोच रहा था साली आखिर मेरी मां ऊपर क्या करने गई थी।
मम्मी मेरे करीब आती हैं मैं उनसे पहले यहीं पूछता हूं: मम्मी मैं आपको कमरे में देखने गया था, और आप ऊपर से आ रही हैं, उधर क्या कर रही थीं?
मम्मी अपना मुंह फुलाते हुएं: बेटा बस मैं अपने गीले कपड़े सुखाने गई थी। यह क्या गुड मॉर्निंग की जगह सुबह ही तुम मेरे से सवाल करने लगे (इतना बोल कर मम्मी मेरे से मुंह फेर लेती हैं)?
मम्मी का फूला हुआ मुंह देख कर मैं बोला: सॉरी मम्मा।
मम्मी तब भी मेरी तरफ अपना फेस नहीं करती, तो मैं उनका फेस पकड़ कर अपनी तरफ करके: गुड मॉर्निंग।
मम्मी अपनी आंखें उठा कर मुझे एक स्माइल करती हैं। तभी मैं अपने होंठ उनके होंठ पर रख देता हूं। अपना एक हाथ उनकी कमर में डाल कर उन्हें अपने से चिपका लिया। मम्मी की चूचियां मेरे सीने से चिपक गई थी। मम्मी मेरे होंठों को चूसते हुए लंबी-लंबी सांसें ले रही थी। उनकी फूलती नरम गुदगुदी चूचियां मुझे एक अलग मजा दे रही थी। मैं मम्मी के होंठों को चूसते हुए भूल गया कि यह मेरी मां थी। मैं इतना बहक गया कि मैं अपने हाथ उनकी गांड पर फेरने जा रहा था। कुछ देर के बाद मम्मी मेरे से अलग होती हैं तब।
मैंने मम्मी से कहा: आज आपके होंठ पहले से काफी मीठे लग रहे है।
मम्मी कुछ बोलने वाली थी, तभी सामने से लुंगी पहने जुनैद आ जाता है। वो हमको गुड मॉर्निंग करता है। मम्मी उसकी तरफ देख कर अपने फेस पर एक शर्मीली मुस्कान लिए कहती हैं: गुड मॉर्निंग जुनैद जी।
जुनैद मम्मी के सामने लुंगी के ऊपर से ही अपना लंड सेट करते हुए हॉल के सोफे पर बैठ जाता है। जुनैद को देख कर मेरा मूड खराब हो जाता है। मैं मन में बोला आज कई दिन बाद तो मम्मी के होंठ चूसने को मिले थे, वो भी यह आके टपक गया।
दोस्तों, मैं उम्मीद करता हूं मेरी अभी तक की कहानी आप लोगों को पसंद आ रही होगी। मेरा अगला पार्ट आने तक मुझे अपना प्यार मेरी ईमेल [email protected] पर देते रहें, धन्यवाद।