चुत की आग पार्क वाले अंकल ने मिटाई (Chut ki aag park waale uncle ne mitayi)

यह बात 10 दिन पहले की है। मैं चुदाई के लिए बहुत तड़प रही थी,‌ तो मन में ख्याल आया क्यूं ना कपल पार्क में जाऊं। क्या पता कोई मुझे भी मिल जाए। फिर मैं तैयार हुई। मैंने एक बिना ब्रा के टी-शर्ट पहनी, जिससे मेरे दोनो चूचे साफ दिखाई देने लगे, और नीचे एक … Read more

टक्कर से फ़क कर तक-4 (Takkar se fuck kar tak-4)

पिछला भाग पढ़े:- टक्कर से फ़क कर तक-3 जैसे ही मेरी साँसों की लय सामान्य हो गयी, राजन ने मुझे घुमा कर मेरे सख्ती से खड़े हुए गोल गुब्बारे से स्तनों को अपने हाथों में पकड़ा और उन्हें मसलने लगे। मेरी निप्पलों को अपनी उँगलियों के बीच कुछ देर तक पिचकाने के बाद बड़े ही … Read more